Thursday, March 12, 2020

त्सव आमार जाति आनंद आमार गोत्र2

मैंने सुना हैमुल्ला नसरुद्दीन लखनऊ के एक नवाब का नौकर था। शुरुआत तो छोटी सी नौकरी से हुई थीलेकिन कुशल आदमी हैचमचागिरी में कुशलजल्दी ही नवाब के बहुत अंतरंग लोगों में हो गया। चमचे का अर्थ होता है: झूठ बोलने में कुशल। चमचे का अर्थ होता है: झूठ की कला में पारंगत। चमचे का अर्थ होता है: अंधे को नैनसुख कहेया अंधे को प्रज्ञाचक्षु कहे। चमचे का अर्थ होता है: कुरूप को सौंदर्य की गरिमा देमहिमा देगीत गाएजो गालियों के भी योग्य नहीं है उसके लिए गीत गाए।
मुल्ला जल्दी ही सीढ़ियां चढ़ाबहुत जल्दी नवाब का सबसे अंतरंग मित्र हो गया--ऐसा अंतरंग कि नवाब उसके बिना उठे नहींबैठे नहींऐसा अंतरंग कि रात सोए भी नवाब तो मुल्ला भी उसी कमरे में सोए। एक दिन दोनों खाना खाने बैठे हैंनवाब को सब्जी बहुत पसंद आई। भिंडी की सब्जी बनीनयी-नयी अभी ताजीत्ताजी भिंडियां आई हैं। नवाब ने कहा मुल्ला को कि भिंडी की सब्जी भी बड़ी गजब की चीज है! मुल्ला ने कहाक्यों न हो! अरे भिंडी के संबंध में तो शास्त्रों में ऐसे-ऐसे उल्लेख हैं कि अमृत है भिंडीकि हजार रोगों की एक दवा है भिंडीकि बूढ़ा खाए तो जवान हो जाएकि कहानियां तो यहां तक हैं कि मुर्दों ने खाई तो जिंदा हो गए! जितना झूठ बोल सकता था भिंडी के संबंध मेंबोला। रसोइए ने भी सुन लिया कि भिंडी तो अदभुत चीज है और नवाब ने भी माना। रसोइया रोज भिंडी बनाने लगा।
अब एक दिन भिंडी हो तो चल जाएदूसरे दिन भिंडी हो तो चला लोतीसरे दिन मुश्किल होने लगे। जब सातवें दिन फिर भिंडी बनी तो नवाब ने थाली फेंक दी। कहायह क्या मचा रखा हैक्या मुझे मारोगेभिंडीभिंडीभिंडी!
मुल्ला नसरुद्दीन एकदम आगबबूला हो गयाउसने भी अपनी थाली फेंक दी। उसने कहायह रसोइया पागल है। अरे भिंडी जहर है! शास्त्रों में तो साफ लिखा है कि जवान खाएं तो बूढ़े हो जाएंऔर बूढ़े खाएं कि मरे। बच्चों ने खाई हैबाल सफेद हो गए हैं।
नवाब ने कहाअरे नसरुद्दीनऔर सात दिन पहले तो तुम कुछ और कहते थे!
नसरुद्दीन ने कहामालिकमैं आपका गुलाम हूंभिंडी का नहीं। मैं तनख्वाह आपसे पाता हूंभिंडी से नहीं। अरे भिंडी से मुझे क्या लेना-देना हैआप जिसमें खुशमैं उसमें खुश।

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